5 Essential Elements For Shodashi
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॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरीचक्रराज स्तोत्रं ॥
कर्तुं श्रीललिताङ्ग-रक्षण-विधिं लावण्य-पूर्णां तनूं
Shodashi’s mantra boosts devotion and religion, encouraging devotees build a further link for the divine. This advantage instills rely on during the divine process, guiding people by way of problems with grace, resilience, and a sense of intent of their spiritual journey.
The Sri Chakra is actually a diagram formed from nine triangles that encompass and emit out of your central issue.
Upon walking toward her historical sanctum and approaching Shodashi as Kamakshi Devi, her power will increase in depth. Her templed is entered by descending down a dim slim staircase that has a group of other pilgrims into her cave-llike abode. There are various uneven and irregular steps. The subterranean vault is sizzling and humid and nonetheless You will find there's feeling of security and and safety while in the dim light-weight.
चतुराज्ञाकोशभूतां नौमि श्रीत्रिपुरामहम् ॥१२॥
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध Shodashi होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
तरुणेन्दुनिभां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥२॥
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी पञ्चरत्न स्तोत्रं ॥
॥ अथ श्री त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः ॥
करोड़ों सूर्य ग्रहण तुल्य फलदायक अर्धोदय योग क्या है ?
Chanting the Mahavidya Shodashi Mantra sharpens the brain, enhances concentration, and improves mental clarity. This advantage is efficacious for students, specialists, and people pursuing mental or Artistic plans, since it fosters a disciplined and concentrated approach to tasks.
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी हृदय स्तोत्र संस्कृत में
बिभ्राणा वृन्दमम्बा विशदयतु मतिं मामकीनां महेशी ॥१२॥